प्रकृति में उपस्थित प्रत्येक वनस्पति गुणों की खान है। आयुर्वेदिक औषधि की जानकारी के अभाव में हम उनका उपयोग नहीं कर पाते हैं। आज आपको कुछ ऐसे ही पौधों के बारे में बताने जा रहे हैं। चलिए जानते हैं इनसे सेहत को होने वाले फायदों के बारे में।
केला
- लोग केले के पत्तों को सब्जी के रूप में भी इस्तेमाल करते हैं। केले की जड़ भी स्वास्थ के लिए फायदेमंद है। केले की जड़ के रस का सेवन करने से मोटापा कम होता है।
- केले की जड़ का सेवन करने से गले की सूजन ठीक हो सकती है। केले की जड़ के सेवन से कब्ज की समस्या भी दूर जाती है। केले की जड़ का उपयोग किडनी की बीमारी में भी किया जाता है।
- शरीर मे कहीं भी चोट की वजह से घाव हो जाने पर उसमें केले की जड़ को पीसकर लगाने से घाव जल्दी ठीक हो जाता है।
बेर
- गले मे दर्द या गाला बैठा होने पर बेर के पत्ते और सेंधा नमक से गरारा करने पर तुरंत राहत मिलती है।
- दस्त होने पर बेर के पत्तों को पीसकर दूध में मिलाकर पिलाने से दस्त में आराम मिलता है। इसके पत्तों को पीसकर कुल्ला करने से यदि आपके मुँह में छाले हैं तो उसमें आराम मिलता है।
निर्गुण्डी
- निर्गुण्डी का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। लेकिन लोग इसके फायदे नहीं जानते हैं। निर्गुण्डी को सूखा कर चूर्ण बनाकर गर्म पानी के साथ इसका सेवन करने से आप पेट के विकारो जैसे - गैस, कब्ज , पेट फूलना आदि समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
- सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए निर्गुण्डी के चूर्ण का सेवन कर सकते हैं। नियमित रूप से सेवन करने पर शरीर की कोई भी सूजन बहुत जल्दी ठीक हो जाती है। महिलाओं को मासिक धर्म में होने वाली परेशानी जैसे - पीरियड का जल्दी आना या कभी देर से आना के लिए भी इसका सेवन किया जा सकता है।
- निर्गुण्डी को पीस कर चेहरे पर लगाने से मुहांसे दूर हो जाते हैं। इसके अलावा अगर आप शरीर में घाव या चोट है, तो इसके चूर्ण को लगाने से उसका उपचार किया जा सकता है। अगर आपके बाल टूट रहे हैं उनकी चमक कम हो गया हैं, निर्गुण्डी के तेल से आपको फायदा मिल सकता है।
इन पत्तों में छिपा है सेहत का खजाना